Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
इसके रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागरद्वीप तथा बांग्लादेश के मंगोला के बीच समुद्र तट से टकराने की आशंका है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनी निम्न दबाव प्रणाली चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ में तब्दील हो गया है। इसके रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागरद्वीप तथा बांग्लादेश के मंगोला के बीच समुद्र तट से टकराने की आशंका है। अलीपुर मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी है। इस मानसून पूर्व सीजन में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवाती तूफान है। मौसम विभाग ने बताया कि तूफान खेपुपारा से लगभग 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागरद्वीप से 350 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है। सुबह से ही संबंधित क्षेत्रों में माइक से घोषणा की जा रही है कि लोग सुरक्षित स्थानों की ओर चले जाएं। तूफान की तीव्रता के बारे में भी बताया जा रहा है। अलीपुर मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तटों पर दस्तक दे सकता है। यह 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकता है। मौसम विभाग ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओड़िशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 27-28 मई को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। तूफान के दस्तक देने के समय समुद्र में 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है, जिससे तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाके डूब सकते हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है। इस बीच चक्रवात के दौरान तटवर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों को संबंधित जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, चक्रवात से निबटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में बैठक हुई है। कैबिनेट सचिव ने पश्चिम बंगाल सरकार को आश्वासन देते हुए कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्रीय एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं और सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी। इस बीच, मुख्य सचिव ने तटवर्ती जिलों के जिलाधिकारियों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का आदेश दिया। साथ ही पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री भी एकत्रित रखने को कहा है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके साथ ही कोलकाता एयरपोर्ट प्रबंधन ने रविवार दोपहर 12 बजे से 21 घंटे के लिए उड़ानों का परिचालन निलंबित करने का फैसला किया है और सोमवार सुबह 9 बजे के बाद मौसम के ठीक होने पर विमानों की आवाजाही फिर से शुरू की जायेगी। वही कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर रविवार शाम छह बजे से 12 घंटे के लिए सभी ‘कार्गो और कंटेनर हैंडलिंग’ कार्य निलंबित कर दिया है। रेमल से होने वाले क्षति को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने 12 टीमों को तैनात किया है. पांच टीमें स्टैंडबाय पर रखी गयी हैं ताकि स्थिति के अनुसार इन्हें काम पर लगाया जा सके। वही जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और तटरक्षक बल बचाव और राहत के लिए तैयार है। राज्य विद्युत विभाग द्वारा तत्काल बिजली बहाली के लिए आपातकालीन टीमों को तैनात किया गया है। वही बड़ाबाजार इलाके के साथ साथ महानगर के विभिन्न स्थानों पर स्थित पूराने जर्जर इमारतों को भी खाली करवाया गया है ताकि तेज हवा के कारण जानमाल का नुकसान ना हो।